Tuesday, January 17, 2012

इरादा

यूँ पलटी किस्मत कि चौंक गए सब ,

इरादा तो सबको हंसाने का था ,

यूँ यादों ने बदली करवटें तो

इरादा भी उनका रुलाने का था .



गलियों के पत्तो की आवाज़ आई ,

इरादा तो घुंघरू बजने का था ,

फूलों ने फैलाई खुशबु गजब की ,

इरादा तो शहर महकाने का था .

यूँ पलटी किस्मत कि चौंक गए सब ,

इरादा तो सबको हंसाने का था ,



हवाएं चली तो ऐसा लगा क़ि ,

इरादा तो कुछ गुनगुनाने का था ,

वादा किया था खुद से ही मैंने ,

इरादा तो बस आजमाने का था .

यूँ पलटी किस्मत कि चौंक गए सब ,

इरादा तो सबको हंसाने का था ,



समझ के परे थी वो जन्नत की बातें ,

इरादा तो जन्नत बनाने का था ,

अब भूलेंगे कैसे उन्हें भूलकर हम ,

इरादा तो मिलने -मिलाने का था ,

यूँ पलटी किस्मत कि चौंक गए सब ,

इरादा तो सबको हंसाने का था ,

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