यूँ पलटी किस्मत कि चौंक गए सब ,
इरादा तो सबको हंसाने का था ,
यूँ यादों ने बदली करवटें तो
इरादा भी उनका रुलाने का था .
गलियों के पत्तो की आवाज़ आई ,
इरादा तो घुंघरू बजने का था ,
फूलों ने फैलाई खुशबु गजब की ,
इरादा तो शहर महकाने का था .
यूँ पलटी किस्मत कि चौंक गए सब ,
इरादा तो सबको हंसाने का था ,
हवाएं चली तो ऐसा लगा क़ि ,
इरादा तो कुछ गुनगुनाने का था ,
वादा किया था खुद से ही मैंने ,
इरादा तो बस आजमाने का था .
यूँ पलटी किस्मत कि चौंक गए सब ,
इरादा तो सबको हंसाने का था ,
समझ के परे थी वो जन्नत की बातें ,
इरादा तो जन्नत बनाने का था ,
अब भूलेंगे कैसे उन्हें भूलकर हम ,
इरादा तो मिलने -मिलाने का था ,
यूँ पलटी किस्मत कि चौंक गए सब ,
इरादा तो सबको हंसाने का था ,
No comments:
Post a Comment